आज से एक नई जिन्दगी की शुरुआत कर रहा हूँ। करीब छः महीन पहले मैंने एक शुरुआत की थी अपनापराया ब्लॉग में मैं कुछ अपने और दूसरो के बारे में बताऊंगा. पर समय ने कुछ इस कदर मुझसे दुरी बना ली की पूछो ही मत. मैं अपने काम में इस कदर खो गया की कुछ अपने लिए भी लिखना मुश्किल हो गया. और एक बार जब दोस्तों ने हौसलाफजाई की है तो मनोबल मेरा ऊँचा हो गया. और फिर सपना तो सपना होता है. मेरा सपना हकीक़त में बदलता दिखा और दुगुने जोश के साथ मैं आपके सामने आया हूँ. आशा है कि आप मुझे अपना प्यार
देते रहेंगे.