...बम ब्लास्ट और दिल्ली दहल उठी. महरौली के सराय मोड़ मार्केट में दो धमाके हुए. एक बार फिर सुरक्षा एजेंसियों की पोल खुली. दो सप्ताह के भीतर दो ब्लास्ट कर आतंकियों ने अपने मंसूबे दिखा दिए. सरकारी आंकडों पर नजर दे तो इस धमाके में दो लोगों की मौत हुई और करीब दो दर्जन लोग घायल हुए. यह धमाका शनिवार, तारीख २७ सितम्बर २००८ को हुआ. शुरूआत में लोगों को लगा की यह हादसा गैस सिलिंडर के फटने से हुआ. पर यह जल्द ही स्पष्ट हो गया कि यह किसी सुनियोजित आतंकी साजिश का नतीजा है. खैर ब्लास्ट के बाद मरने वालों की संख्या को लेकर अभी तक कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया है.
पहली बार जब ख़बर आयी तो एक टीवी चैनल ने मृतकों की संख्या चार बताई तो किसी ने तीन. दूसरे चैनल पर भी मृतकों की संख्या को लेकर इक-दो का अन्तर रहा. सभी चैनल वालों का न्यूज़ कार्यक्रम फुस्स हो गया और बाज की तरह वे इस ब्लास्ट वाली न्यूज़ पर झपट पड़े. मृतकों और घायलों के लेकर सभी चैनल वालों में होड़ लगी रही. उस समय कोई अख़बार भी नहीं छप सकता था इसलिए अख़बार के इन्टरनेट संस्करण में इसको लेकर संशय बनी रही. कुछ लोग तो आँख मूंदकर मरने वालों की संख्या चार तक लेकर पहुँच गए. बाद में भी मृतकों की संख्या को लेकर कयाशबजी चलती रही. आखिरकार सरकार ने मरनेवालों की संख्या दो बताई. और सभी टीवी और अखबारों ने मृतकों की संख्या दो बताकर इतिश्री कर दिया. पर एक सवाल अनुतरीत ही रह गया कि आख़िर इस ब्लास्ट में कितने मरे????????????
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें