मंथर चाल से कंप्यूटर के कीबोर्ड पर उंगलियां चल रही थी। हल्की झपकी और उबासी के बीच हर कोई अपने काम में मशगूल था। कि अचानक, टीवी पर ब्रेकिंग न्यूज आई?????? दाऊद इब्राहिम मारा गया!!!!
हर कोई अवाक रह गया। आपस में गुफ्तगू का शोर मचने लगा। अरे ये क्या दाऊद मारा गया......। भाई जरा टीवी का चैनल बदल करके देखो, क्या सचमुच डी मारा गया? एनडीटीवी, आजतक, आईबीएन-7 से लेकर न्यूज चैनलों में होड़ लग गई कि सबसे पहले दाऊद को किसने मारा। हर कोई अपने खासमखास रिपोर्टर से लाइव दिखा रहा कि दाऊद कैसे मारा गया।
इसी होड़ में वेब वाले भी पीछे कैसे रहते। उनके पास कोई सबूत तो था नहीं कि वो 'डी ’ को मरा दिखा सके। इसलिए उन्होंने खबर चलाई, दाऊद के मरने पर संशय। दाऊद को गोली लगी। दाऊद का भाई अनीस इब्राहिम मारा गया......(शायद इस शोरगुल में अनीस के साथ दाऊद भी चल बसे)।
अभी तक यह खबर सिर्फ टीवी पर आ रही थी। अब इसकी पुष्टि के लिए मैराथन दौड़ आरंभ हुई। दाऊद का इतिहास जोर से खंगालना शुरू हुआ। दाऊद ने कब दादागिरी शुरू की। दाऊद की पहली गोली का निशाना बनने का किसे सौभाग्य मिला। गैंगस्टर ने पहली बार किसे तमाचा मारा.......।
इसी बीच किसी ने कहा कि अभी तक बीबीसी ने इस खबर की पुष्टि नहीं की है। इसलिए इसकी सत्यता संदेह के घेरे में है। फिर देर क्या थी, लीड खबर के हेडिंग का पर कतरकर इसे तीसरी-चौथी जगह ढकेल दिया गया। इसी भागदौड़ में आजतक ने जोर से छलांग लगाई। टीवी पर चमकने लगी --ब्रेकिंग न्यूज : 'मैं अभी जिंदा हूं ’- दाऊद बोला।
1 टिप्पणी:
मीडिया वाले जो न करा दें।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
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